बैठक

डुमरांव में अरेबिया जिला इकाई की बैठक में लिए गए कई निर्णय, राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना तथा ग्रामीण बैंकों के निजीकरण की सोच को रद्द करने व पेंशन संबंधित नियमावली में बदलाव की हुई मांग

23 सितंबर को ग्रामीण बैंक संघ ने किया है एक दिवसीय देशव्यापी धरना का आह्वान

छठिया पोखरा स्थित शिव मंदिर प्रांगण में हुआ बैठक का आयोजन, उपस्थित रहे संघ के संयुक्त सचिव

आर्यावर्त न्यूज़ एक्सप्रेस/बक्सर/डुमरांव :- रविवार को ग्रामीण बैंक के अखिल भारतीय संघ अरेबिया(ऑल इंडिया रीजनल रुलर इंप्लॉइज एसोसिएशन) के सेवानिवृत कर्मियों की जिला इकाई बक्सर-आरा की एक महत्वपूर्ण बैठक डुमरांव नगर के छठिया पोखरा पुराना तालाब शिव मंदिर के प्रांगण में आयोजित की गई । जिसमें अखिल भारतीय संघ अरेबिया के संयुक्त सचिव व इस इकाई के मुख्य सलाहकार एन एन ओझा विशेष तौर पर उपस्थित थे । वहीं इस बैठक की अध्यक्षता जिला इकाई के अध्यक्ष ईश्वर चन्द्र शर्मा ने किया । बैठक को संबोधित करते हुए अरेबिया के संयुक्त सचिव एन एन ओझा ने बताया कि 1975 में तत्कालीन भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन ग्रामीण बैंकों की स्थापना की गई । जिसका मुख्य उद्देश्य देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों (देश की 80% आबादी) को बैंकिंग सुविधा प्रदान करना तथा उनकी जमा पूंजी को ग्रामीण क्षेत्र के उत्थान के लिए उपयोग करना था । ग्रामीण बैंक की स्थापना के साथ ही ग्रामीण बैंक कर्मियों द्वारा पूरी निष्ठा एवं लगन से कार्य करते हुए बैंक के उद्देश्यों को पूरा किया गया तथा अभी भी पूरा किया जा रहा है ।

ग्रामीण बैंकों की स्थापना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधा प्रदान करना व ग्रामीण क्षेत्रों का उत्थान करना – एन एन ओझा

इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए संयुक्त सचिव ने बताया कि वर्तमान में देश के 23 राज्यों एवं 3 केंद्र शासित प्रदेशों में 43 ग्रामीण बैंक 700 जिलों में 2200 शाखाओं एवं 1 लाख 75 हजार कर्मियों के साथ भलीभांति ग्रामीण जनता के उत्थान के साथ सभी सरकारी कार्य जो ग्रामीण क्षेत्र से सबंधित हैं का संपादन कर रहा है । वर्तमान में ग्रामीण बैंक की कुल जमा पूंजी 562 लाख करोड़ एवं ऋण सुविधा राशि 362 लाख करोड़ है । जिससे 90% ग्रामीण ऋण इसी बैंक का है, जिसमें 70% कृषि ऋण शामिल है । बैठक में केंद्र सरकार द्वारा कई सरकारी उपक्रमों के निजीकरण का हवाला देते हुए कहा गया कि सरकार की मंशा ग्रामीण बैंकों का निजीकरण करने की है । वहीं देश के पूंजीपतियों की निगाह भोली-भाली ग्रामीण जनता के जमा राशियों की तरफ है । यदि ऐसा होता है तो ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली जनता की हितों का काफी बड़ा नुक़सान होगा, वहीं उनका विकास बाधित होगा ।

सेवानिवृत व कार्यरत कर्मियों के भविष्य तथा ग्रामीणों के अहित को लेकर अरेबिया ने व्यक्त की चिंता

 

बैठक के दौरान चिंता जाहिर करते हुए अरेबिया के सदस्यों ने कहा कि ग्रामीण बैंक की स्थापना काल से ही समर्पित होकर काम करने वाले कर्मियों जिनकी मेहनत की बदौलत बैंक आज इस मुकाम पर है, जो सेवानिवृत हो गए हैं उनकी पेंशन तथा कार्यरत कर्मियों के भविष्य एवं ग्रामीण जनता के अहित सहित अन्य स्थितियों पर काफी बुरा असर पड़ने वाला है । इस स्थिति को देखते हुए पूरे ग्रामीण बैंक के कर्मी आंदोलन की राह पर हैं । इस क्रम में बैंक स्तर से लेकर राज्य एवं केन्द्र स्तर पर धरना प्रदर्शन का कार्य जारी है । इसी के तहत आगामी 23 सितंबर को एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है ।

किसी भी हालत में सरकार की मंशा नहीं होगी पूरी, संघ पूरी तरह प्रतिबद्ध – राजेश्वर सिंह

अपने संबोधन में संघ के वरीय प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेश्वर सिंह ने कहा कि संघ किसी भी हालत में सेवानिवृत कर्मियों, कार्यरत कर्मियों के साथ-साथ ग्रामीण जनता का अहित नहीं होने देगा और सरकार के ऐसे किसी भी मंसूबे को हम किसी भी कीमत पर पूरा नहीं होने देंगे । जिसके लिए हम सभी अरेबिया के सदस्य पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं ।

संघ द्वारा सरकार के समक्ष रखी गई मुख्य मांगों में राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना करना, ग्रामीण बैंक के निजीकरण करने की सोच को रद्द करना, पेंशन से संबंधित नियमावली में बदलाव कर सेवानिवृत एवं अन्य कर्मियों को पेंशन योजना में सम्मिलित करना, अन्य बैंक के अनुरूप पारिवारिक पेंशन को 30% बढ़ाना, पेंशन अपडेशन करना आदि मांगे शामिल है । बैठक के अंत में संघ के वरीय प्रदेश उपाध्यक्ष पी एस पाण्डेय ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन दिया । इससे पहले जिला इकाई की बैठक में शामिल होने आए संघ के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों का अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में फूल-माला तथा अंग वस्त्र पहनाकर स्वागत किया गया । बैठक को मुख्य रूप संबोधित करने वालों में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेश्वर सिंह, वरीय प्रदेश उपाध्यक्ष पी एस पांडेय, अंजनी कुमार ओझा, टी एन सहाय, इकाई सचिव विवेकानंद मिश्र, एस के उपाध्याय, सी बी तिवारी आदि शामिल रहे । वहीं बैठक में अशोक कुमार सिंह, विमलेश पाण्डेय सहित जिला इकाई बक्सर-आरा के दर्जनों सेवानिवृत बैंककर्मी उपस्थित थे ।

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