डुमरांव स्टेशन पर “जाको राखे साइयां, मार सके न कोय” दोहा शत प्रतिशत चरितार्थ
चलती ट्रेन से ट्रैक में गिरा यात्री, गार्ड ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बचाई जान

डीडीयू-पटना मेमू ट्रेन पकड़ने के दौरान हुई दुर्घटना
आर्यावर्त न्यूज़ एक्सप्रेस/बक्सर/डुमरांव :- कबीर दास जी द्वारा रचित दोहा “जाके राखे साइयां, मार सके न कोय” डुमरांव स्टेशन पर शत प्रतिशत चरितार्थ हुई । जिसे सैकड़ों यात्रियों ने दिन के उजाले में अपनी आंखों से देखा । हुआ यूं कि शनिवार की सुबह दानापुर मंडल के डुमरांव स्टेशन पर 03294 डाउन डीडीयू-पटना मेमू पैसेंजर ट्रेन पकड़ने के दौरान एक यात्री पैर फिसलने से ट्रेन के नीचे ट्रैक में जा गिरा । ट्रेन गतिमान हो चुकी थी, इस दौरान प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्रियों के शोरगुल को सुनकर ट्रेन के गार्ड ने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया । गनीमत रहा कि वह ट्रेन के चक्के की चपेट में आने से बच गया, जिससे उसकी जान बच गई । जबकि ट्रैक पर गिरने के बाद उसके शरीर का दायां हिस्सा व सिर रेल की पटरी पर था । यह घटना प्लेटफॉर्म के पूर्वी छोर में सुबह 9:40 बजे की है ।
समिति अध्यक्ष ने कराया घायल यात्री का प्राथमिक इलाज, परिजनों को दी सूचना
घटना के समय प्लेटफॉर्म पर मौजूद खिरौली निवासी प्रकाश कुमार चौबे उर्फ अमर चौबे ने तत्काल इस घटना की सूचना समाजसेवी सह रेल यात्री कल्याण समिति अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह को दिया । सूचना मिलते ही राजीव रंजन सिंह जीआरपी के तारकेश्वर पंडित तथा आरपीएफ के प्रधान आरक्षी बृजेश राय के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घायल व्यक्ति को स्थानीय निजी अस्पताल ले जाकर प्राथमिक इलाज कराया । साथ ही परिजनों को इस घटना से अवगत कराया ।
ट्रैक पर गिरा यात्री नावानगर थाना क्षेत्र का रहनेवाला
ट्रैक में गिरकर घायल हुआ व्यक्ति नावानगर थाना क्षेत्र के गिरधर बरांव निवासी रामाधार पाल का 43 वर्षीय पुत्र रमेश पाल है । बकौल रमेश वह अपने बेटे नीरज के साथ उसका दवा लाने कृष्णाब्रह्म जा रहा था । इस दौरान यह दुर्घटना हो गई । अपने पिता के साथ हुई दुर्घटना के बाद लगभग 12 वर्षीय नीरज बदहवास स्थिति में था, और काफी देर तक उसके मुंह से कोई आवाज नहीं आ रही थी । कुछ पूछने पर उसके आंख से बरबस निकल रहा आंसू उसके आंखों के सामने पिता का मौत के मुंह से जिंदा और सुरक्षित बच निकलने की कहानी बयां कर रहा था । साथ ही उसकी नम आंखे अंतर्मन से ईश्वर का शुक्रिया भी कर रही थी ।